धनतेरस
धनतेरस
धनतेरस: धन की प्राप्ति का आशीर्वाद
धनतेरस, हिन्दी पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू धर्म में धन और समृद्धि के आशीर्वाद के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। यहां हम जानेंगे कि धनतेरस का महत्व क्या है और हम इसे क्यों मनाते हैं।
धनतेरस का महत्व:
धन और समृद्धि की प्राप्ति: धनतेरस का मुख्य उद्देश्य धन और समृद्धि की प्राप्ति करना है। इस दिन लोग धन लाभ के लिए देवी लक्ष्मी की कृपा को आमंत्रित करते हैं।
धान्य और धन की कटी पूजा: धनतेरस के दिन लोग अपने घरों में धन्य और धन की कटी पूजा करते हैं। इससे वातावरण में शुभता बनी रहती है और घर को धन की बर्षा होती है।
आयुर्वेदिक रूप से महत्वपूर्ण: धनतेरस के दिन लोग अपने शरीर की रक्षा के लिए तिल तेल में हड्डीयों की पूजा करते हैं, जिससे वे स्वास्थ्य और आयुर्वेदिक दृष्टि से भी लाभान्वित होते हैं।
धनतेरस का महत्वपूर्ण उपाय:
सोने और चांदी की खरीदारी: इस दिन लोग सोने और चांदी की खरीदारी करते हैं, क्योंकि इसे आर्थिक रूप से शुभ माना जाता है और यह धन की वृद्धि में मदद कर सकता है।
लक्ष्मी पूजा: धनतेरस के दिन लोग लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं और घर को सजाते हैं ताकि आनंद और समृद्धि का अनुभव हो।
धनतेरस का उत्सव हमें यह सिखाता है कि धन की महत्वपूर्णता केवल आर्थिक संबंधों में ही नहीं होती है, बल्कि यह आत्मिक और सामाजिक समृद्धि में भी समाहित है।
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